Details, Fiction and padhai ke liye suvichar
Details, Fiction and padhai ke liye suvichar
Blog Article
हार के डर से शुरुआत ना करना, सबसे बड़ी हार है।
तब एक बार यह सोचना कि आपने शुरुआत किस लिए की थी आपको जवाब मिल जाएगा।
अपने आत्मसम्मान का ध्यान रखना यह आपका अधिकार है।
अभी तो असली उड़ान बाकी है, परिंदे का इंतिहान बाकी है,
अनुशासन सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है, लक्ष्य से भटकने से बचें।
रटने से ज्यादा चीजों को तर्क के साथ समझने का प्रयास करो।
भाई इंसान रिकॉर्ड तोड़ता है, जिसके रगों में खून नहीं जुनून दौड़ता है।
ऐसे में इस तरह के सुविचार व्यक्ति के जीवन में एक नई आशा जगाने का काम करते हैं और उसके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।
ईश्वर कहते हैं उदास न हो मैं तेरे साथ हूँ, सामने नहीं आस-पास हूँ, पलकों को बंद कर और दिल से याद कर मैं कोई और नहीं तेरा विश्वास हूँ !
मैदान में हारा हुआ इंसान फिर से जीत सकता है,
“पैसा आपका सेवक है। यदि आप उनका उपयोग जानते हैं; वह आपका स्वामी है। यदि आप उसका उपयोग नहीं जानते।” – होरेस
असफलता से निराश मत हो, उससे सीख लेकर और मजबूत बनो, विजेता वही होता है जो हार के बाद भी उठ खड़ा होता है।
रटने से ज्यादा समझने पर जोर padhai ke liye suvichar दो, ज्ञान तभी जीवन में काम आएगा।
“मनुष्य के लिए निराशा के समान दूसरा पाप नहीं है। इसलिए मनुष्य को इस पापरुपिनी निराशा को समूल हटाकर आशावादी बनना चाहिए।” – हितोपदेश